Fascination About bhoot ki kahani
Fascination About bhoot ki kahani
Blog Article
Bhoot ki kahani
स्वाइन फ्लू से बचने के आयुर्वेदिक उपाय
आज की युवा पीढ़ी भूत और आत्माओं के होने पर विश्वास ...
सोनू और भेड़िया की कहानी: एक अनोखी दोस्ती
फिर मैं उसका पता पढ़ कर उसके पते के अनुसार मैं उसके घर मिलने के लिए गया। दरवाजा खोलते ही एक आदमी आया और बोला कि क्या काम है तो मैंने बोला कि मुझे प्रीति से मिलना है।
उस घटना के बाद आज भी उसकी आत्मा भटकती है और राह मैं आने जाने वाले राहगीरों को परेशान करती हैं और कई बार तो उनका एक्सीडेंट भी करा देती है ।
यह कहानी भी पढ़े: भूत की कहानियाँ जो काफी डरावनी है
मेरा नाम हारिस हसन है , मैं पेशे से टीचर हूँ । मैं बचपन से भूत-प्रेत और आत्मा इन सब चीजों पर कभी विश्वास नहीं करता था लेकिन वो कहते हैं न की जब अपनी पर आती है तो नायकिन करने वाली चीजों पर भी यकीन करना पड़ता है ।
जैसा अघोरी ने बताया औरत ने वैसे ही किया अघोरी ने पूजा पाठ संपन्न करने के बाद एक लोटा पानी । लाल सिंह के चारों तरफ घुमा कर पी लिया और चले गए। लाल सिंह दिन प्रतिदिन सही होने लगे .
Your browser isn’t supported any more. Update it to have the best YouTube experience and our most recent attributes. Learn more
उसने वह शॉल उठाया और सुबह घर लौट गया। वह इस हादसे को एक बुरे सपने की तरह भूल गया था। इतनी सुनसान जगह और इतनी गहरी रात। बुरा सपना ही होगा। रमेश तो इस वीराने में अपना मानसिक संतुलन खो दे। उसने सोचा कि उसे नींद आ रही थी और उसने नींद में सपना देखा। अगली रात वह फिर से ड्यूटी दे रहा था।
प्रतिलिपि ऐप पर कहानियां डाउनलोड करें इस एपिसोड और कई अन्य कहानियों को डाउनलोड करें
और उसमें से एक फोटो निकली थी। जो कि उसी लड़की की थी। मैं चौक गया की उसे मेरा पता कैसे चला।
"तो नंदिनी केसा लगा हमारा नया घर?" आशितोष अपनी पत्नी नंदिनी से पूछता है। नंदिनी नये घर के लिविंग रूम के पुराने फर्नीचर को देखते हुए कहती है। "घर तो काफ़ी अच्छा है। बस ये फर्नीचर थोड़ा पुराना है। मुझे ...
साइन इन यदि आप पासवर्ड भूल गए हो? उपयोगकर्ता नये है प्रतिलिपि पर नया अकाउंट बनाइये